पीडीए का नारा देकर सिर्फ ढोंग करती है समाजवादी पार्टी: सूरज श्रीवास्तव

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पल्हना ब्लॉक क्षेत्र से जुड़े विवादित मामले में भारतीय जनता पार्टी के निवर्तमान जिलाध्यक्ष सूरज प्रकाश श्रीवास्तव ने समाजवादी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रविवार को सिविल लाइन्स स्थित कैंप कार्यालय पर आयोजित संयुक्त प्रेस वार्ता में ब्लॉक प्रमुख पल्हना अनुराग सिंह सोनू, मंडल अध्यक्ष विक्रांत सिंह, पीड़ित युवती और उसके भाई भी मौजूद रहे।

निवर्तमान जिलाध्यक्ष सूरज प्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने एक दिन पूर्व प्रेस वार्ता कर भाजपा ब्लॉक प्रमुख पर झूठे आरोप लगाते हुए गिरफ्तारी की मांग की थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि पीड़िता के अनुसार, विकास यादव नामक युवक ने शादी का झांसा देकर करीब तीन साल तक उसका शारीरिक शोषण किया और बाद में उसे छोड़कर भाग गया। पीड़िता की तहरीर पर भाजपा ब्लॉक प्रमुख व मंडल अध्यक्ष के सहयोग से आरोपी विकास यादव के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया।

घटना का क्रम
पीड़िता ने बताया कि विकास यादव, निवासी उचिया रसूलपुर, ने वर्ष 2022 में वाराणसी के बजरंगबली मंदिर में उससे शादी का नाटक रचाया, फिर उसे मुंबई ले जाकर छह माह तक शारीरिक शोषण किया। कुछ समय बाद उसे छोड़कर भाग गया। बाद में वह उसे फिर बहला-फुसलाकर पल्हना में किराए के मकान में रखकर संबंध बनाता रहा। इसी बीच पीड़िता को पता चला कि विकास ने दूसरी शादी कर ली है। जब उसने विरोध किया, तो विकास ने उसके साथ मारपीट की।

पीड़िता के मुताबिक, 19 अगस्त 2025 को दोपहर लगभग 2 बजे विकास यादव और सोनू यादव उसे जबरन मोटरसाइकिल पर बैठाकर सुनसान जगह ले गए, जहां उसकी हत्या का प्रयास किया गया। शोर मचाने पर ग्रामीणों ने आकर उसे बचाया और 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी।

20 अगस्त की रात की घटना
आरोपियों को जब पता चला कि भाजपा ब्लॉक प्रमुख अनुराग सिंह सोनू और मंडल अध्यक्ष विक्रांत सिंह पीड़िता की पैरवी कर रहे हैं, तो 20 अगस्त की रात करीब 11:25 बजे विकास यादव और सोनू यादव कथित रूप से नशे की हालत में ब्लॉक प्रमुख के घर पहुंचे और मारपीट की। इस दौरान ब्लॉक प्रमुख के ड्राइवर घनश्याम यादव को भी चोटें आईं। ब्लॉक प्रमुख ने तत्काल 112 डायल कर पुलिस को सूचना दी। मौके से विकास यादव और विवेकानंद यादव को पुलिस ने वाहन सहित पकड़ लिया।

FIR में गड़बड़ी के आरोप
पीड़िता का कहना है कि उसकी तहरीर 19 अगस्त को क्षेत्राधिकारी लालगंज व थाना मेहनाजपुर को सौंप दी गई थी, लेकिन पुलिस ने मुकदमा 22 अगस्त 2025 को पंजीकृत किया। साथ ही, पीड़िता का आरोप है कि दबाव बनाकर उसकी FIR से विवेकानंद यादव का नाम हटवा दिया गया। वहीं, ब्लॉक प्रमुख को फंसाने के लिए उसके पिता से पैसे लेकर मुकदमा संख्या 092/2025 में ब्लॉक प्रमुख सहित सात लोगों के खिलाफ क्रॉस FIR दर्ज कराई गई।

सपा पर पक्षपात के आरोप
सूरज श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि जिस विकास यादव के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की गंभीर धाराओं में गैर-जमानती मुकदमा दर्ज है, उसे पुलिस तलाश रही है, लेकिन समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष ने उसे अपने घर बुलाकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और ब्लॉक प्रमुख की गिरफ्तारी की मांग की।

उन्होंने सवाल उठाया कि क्या समाजवादी पार्टी के लिए “पीडीए” (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) का मतलब सिर्फ यादव समाज है? क्योंकि पीड़िता भी पिछड़े वर्ग से है, लेकिन यादव नहीं होने के कारण सपा उसके साथ खड़ी नहीं हुई।

प्रशासनिक निष्पक्षता पर सवाल
पीड़िता और भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि मामले में पुलिस और प्रशासन की कार्यशैली पक्षपातपूर्ण है। उन्होंने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई और निष्पक्ष जांच की मांग की है।

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