आजमगढ़: किसानों को कम खर्च में बेहतर फसल उत्पादन के लिए कृषि विभाग की अपील, खरपतवार नियंत्रण के लिए अपनाएं वैज्ञानिक विधि

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आजमगढ़, जनपद के किसानों को खरीफ सीजन में बेहतर उत्पादन और कम लागत में खेती के लिए कृषि विभाग ने जागरूक किया है। जिला कृषि रक्षा अधिकारी श्री हिमांचल सोनकर ने बताया कि वर्तमान समय में धान, मक्का, मूंगफली, अरहर, उड़द एवं मूंग जैसी खरीफ फसलों की खेती हो रही है।

उन्होंने कहा कि धान की रोपाई में श्रमिकों की समय पर उपलब्धता और उनकी मजदूरी दर अधिक होने के कारण किसानों को आर्थिक बोझ उठाना पड़ता है। इस समस्या से निजात पाने के लिए ड्रमसीडर मशीन द्वारा अंकुरित धान की सीधी बुआई को बढ़ावा देने की सलाह दी गई है। इससे पानी और श्रमिक की लागत में भारी कमी आती है तथा खरपतवार नियंत्रण भी आसान होता है।

खरपतवार नियंत्रण हेतु रसायनिक विधियों को अधिक कारगर और सस्ता बताया गया है। श्री सोनकर ने सुझाव दिया कि धान की रोपाई के 72 घंटे के अंदर निम्न रसायनों का छिड़काव करें:

  • व्यूटाक्लोर 50% ईसी – 3.4 लीटर/हेक्टेयर
  • एनिलोफॉस 30% ईसी – 1.5 लीटर/हेक्टेयर
  • प्रेटिलाक्लोर 50% ईसी – 1.6 लीटर/हेक्टेयर
  • पाइराइजोसल्फ्यूरान इथाइल 10% WP – 0.15 किग्रा/हेक्टेयर
  • बिसपायरीबैंक सोडियम 10% SC – 0.20 लीटर/हेक्टेयर

इन्हें 500 लीटर पानी में घोलकर नमी की स्थिति में छिड़काव करें।

अन्य फसलों के लिए खरपतवार नियंत्रण सुझाव:

  • मक्का, ज्वार, बाजरा: एट्राजीन 50% WP – 2 किग्रा/हेक्टेयर या ड्यूरान 80% WP – 1.5-2 किग्रा/हेक्टेयर (500-700 लीटर पानी में घोलकर)
  • मूंगफली: बुआई के दो दिन के भीतर ऑक्सीफ्लोरोफेन 23.5% EC – 600 मिली/हेक्टेयर
  • इमेजाथापर 10% SL – 1000 मिली/हेक्टेयर (500-600 लीटर पानी के साथ)
  • उड़द/मूंग: बुआई के 10 दिन बाद इमेजाथापर 10% EC – 750-1000 मिली/हेक्टेयर
  • गन्ना: एट्राजीन 50% WP – 1-4 किग्रा या मेट्रीब्यूजीन 70% WG – 2-3 किग्रा/हेक्टेयर (500-700 लीटर पानी में घोलकर)

किसानों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए कृषि विभाग ने फसल निगरानी एवं निदान प्रणाली शुरू की है। किसान भाई SMS/WhatsApp के माध्यम से 48 घंटे में समाधान पा सकते हैं।

संपर्क नंबर (समस्या समाधान हेतु):
9452247111, 9452257111

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें:

  • मनीष कुमार दुबे, प्रभारी कृषि रक्षा केन्द्र – 9415394321
  • हरिनाथ शर्मा, वरिष्ठ प्राविधिक सहायक – 6388226627
  • जिला कृषि रक्षा अधिकारी – 8029010968

कृषि विभाग ने किसानों से अपील की है कि वे इन वैज्ञानिक उपायों को अपनाकर अपनी फसलों की लागत घटाएं और उत्पादन बढ़ाएं।

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