पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में यूपी एटीएस ने टांडा के आजादनगर मोहल्ला निवासी शहजाद को गिरफ्तार किया है। मसालों के व्यापार की आड़ में वह सीमा पार तस्करी और जासूसी गतिविधियों में लिप्त था। इस कार्रवाई के बाद टांडा एक बार फिर राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों की निगाह में आ गया है।
शहजाद पर आरोप है कि वह कई बार पाकिस्तान गया और वहां आईएसआई एजेंटों से संपर्क में आया। एटीएस को जांच में पता चला है कि वह भारतीय सैन्य और सुरक्षा प्रतिष्ठानों से जुड़ी संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान भेजता था। इसके अलावा, उसने पाक एजेंटों को भारतीय सिम कार्ड उपलब्ध कराए और कुछ संदिग्ध व्यक्तियों को अवैध रूप से सीमा पार भेजने का प्रयास भी किया।
शनिवार को शहजाद से पूछताछ के बाद उसे छोड़ा गया था, लेकिन रविवार को मोबाइल लौटाने के बहाने मुरादाबाद बुलाकर दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी की खबर मिलते ही उसके परिवार में कोहराम मच गया। पत्नी राजिया ने सभी आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि यदि विदेशी फंडिंग होती, तो घर बनाने में उन्हें इतनी परेशानियां न उठानी पड़तीं।
पिछले मामलों की भी खुली परतें
यह पहला मौका नहीं है जब टांडा क्षेत्र से इस तरह की गंभीर संलिप्तता सामने आई हो। अगस्त 2021 में गुजरात पुलिस ने धर्मांतरण के मामले में टांडा निवासी मोहम्मद अहमद को गिरफ्तार किया था। यह मामला उमर गौतम और सलाउद्दीन शेख से जुड़ा था, जिन पर अवैध धर्मांतरण और दंगों के आरोपियों को कानूनी मदद देने के लिए चैरिटी फंड के दुरुपयोग का आरोप था।
इसी तरह अक्टूबर 2021 में मुतीयापुरा निवासी अनस को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने धार्मिक स्थलों की जानकारी पाकिस्तानी हैंडलर्स को भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया था। उसकी गिरफ्तारी से गांव में सन्नाटा छा गया था, और परिजन उसे निर्दोष बता रहे थे।
पड़ोसियों ने बताया ‘अच्छा इंसान’
शहजाद की गिरफ्तारी से मोहल्ला आजादनगर में सन्नाटा पसरा है। स्थानीय लोगों के अनुसार, उसका व्यवहार सभी से अच्छा था और वह कभी किसी विवाद में नहीं पड़ा। वह पाकिस्तान से लेडीज सूट और अन्य सामान मंगाकर बेचता था और कभी-कभी गाड़ी चलाने तथा कंबल बेचने का काम करता था। वह पांच भाइयों में सबसे बड़ा है और बीते दस वर्षों से बंटवारे में मिली जमीन पर घर बना रहा था।
जांच जारी, कई और चेहरे हो सकते हैं बेनकाब
फिलहाल एटीएस और स्थानीय पुलिस शहजाद के दस्तावेज, कॉल डिटेल्स, पासपोर्ट, वीजा और वित्तीय लेनदेन की गहन जांच कर रही हैं। सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि उसके संपर्क में और कौन-कौन लोग थे। ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में और भी चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।




- ईद पर बधाई के साथ सांसद धर्मेंद्र यादव का भाजपा सरकार पर हमला, कहा- 2027 में जनता सिखाएगी सबक
- जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार-II की पहल, मिर्जापुर ब्लॉक को मिलेगा आधुनिक शिक्षा का तोहफा
- सादगी की मिसाल: आजमगढ़ के हरकेश यादव ने बिना जूते और बिना दिखावे के रचाई शादी
- आजमगढ़ में शिक्षा की अलख जगाने वाले प्रो. त्रिपाठी से मिले दुर्गा शंकर मिश्र, संस्थाओं का किया भ्रमण
- आजमगढ़:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 11 वर्ष पूर्ण होने पर भाजयुमो आजमगढ़ ने आयोजित किया रक्तदान शिविर