शनिवार को तहसील निजामाबाद में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस का औचक निरीक्षण करते हुए मण्डलायुक्त विवेक और डीआईजी सुनील कुमार सिंह ने प्रशासनिक व्यवस्था को परखा और शिकायतकर्ताओं की समस्याएं सुनीं। इस अवसर पर अधिकारियों ने कुल 72 प्राप्त शिकायतों में से 8 का निस्तारण मौके पर ही कराकर त्वरित कार्यवाही का परिचय दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, समाधान दिवस पर 63 शिकायते राजस्व विभाग, 3 विकास विभाग, 2 पुलिस विभाग, 2 विद्युत विभाग, तथा शेष 2 अन्य विभागों से संबंधित थीं। मौके पर निस्तारित सभी शिकायतें राजस्व विभाग से जुड़ी हुई थीं।
निरीक्षण के दौरान कुछ शिकायतकर्ताओं ने मण्डलायुक्त के समक्ष यह गंभीर विषय उठाया कि अविवादित वरासत होने के बावजूद भी वरासत दर्ज नहीं हो रही है। इस पर मण्डलायुक्त विवेक ने गंभीर नाराजगी जताते हुए लेखपालों को कड़ी फटकार लगाई और उपजिलाधिकारी, निजामाबाद को निर्देशित किया कि ऐसे सभी प्रकरणों को शीघ्रता एवं प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित किया जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि “कोई भी अविवादित वरासत अब लंबित नहीं रहनी चाहिए।”

गर्मी को ध्यान में रखते हुए मण्डलायुक्त ने तहसील परिसर में आए फरियादियों के लिए पेयजल और बैठने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिया। साथ ही, दूर-दराज़ से आए ग्रामीणों के साथ शालीन और संवेदनशील व्यवहार अपनाने की बात भी दोहराई।
मण्डलायुक्त ने यह भी कहा कि जिन मामलों में राजस्व व पुलिस की संयुक्त कार्यवाही की आवश्यकता है, वहां सम्बंधित थाना प्रभारियों को अवगत कराते हुए समयबद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि किसी शिकायतकर्ता को बार-बार दफ्तरों के चक्कर न लगाने पड़ें।
डीआईजी सुनील कुमार सिंह ने पुलिस संबंधी शिकायतों की सुनवाई करते हुए थाना प्रभारियों को निर्देश दिया कि संयुक्त टीमों के लिए आवश्यक पुलिस बल समय पर उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने आगामी पंचायत चुनावों को देखते हुए झूठी शिकायतों की पहचान कर उचित कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए।

निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी निजामाबाद नरेन्द्र कुमार गंगवार स्वयं आमजन से शिकायतें सुनते हुए उपस्थित थे। मण्डलायुक्त द्वारा पिछली समाधान दिवस की समीक्षा किए जाने पर जानकारी दी गई कि कोई भी प्रार्थना पत्र लंबित नहीं है और सभी का निस्तारण किया जा चुका है।


