



प्रयागराज। समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी 2023 परीक्षा के पेपर लीक मामले में एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी घटना के करीब एक साल बाद मंगलवार रात रोहनिया के बेटावर बच्छाव क्षेत्र से की गई। आरोपी की पहचान जय सिंह के रूप में हुई है, जो इस पूरे गैंग का एक महत्वपूर्ण सदस्य बताया जा रहा है।
12 से 15 लाख रुपये में हुआ था सौदा
एसटीएफ के अनुसार, आरोपी जय सिंह ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसने परीक्षा के प्रश्न पत्र पहले से प्राप्त कर लिए थे और 12 से 15 लाख रुपये में अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराए थे। इस पूरे मामले में सुभाष प्रकाश और विवेक उपाध्याय की अहम भूमिका सामने आई थी, जिन्हें पहले ही 23 जून 2024 को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
ऐसे हुआ था पेपर लीक
जय सिंह ने बताया कि उसकी मुलाकात बीएचयू कैंपस स्थित मधुबन पार्क में सुभाष प्रकाश से हुई थी। सुभाष ने दावा किया था कि उसके कई बड़े अधिकारियों से संपर्क हैं और वह परीक्षाओं के पेपर लीक कराने में माहिर है। बातचीत के बाद जय सिंह को भोपाल बुलाया गया, जहां 7 फरवरी 2024 को होटल कमल पैलेस आनंद नगर में ठहराया गया।
अगले दिन दोपहर में सुभाष प्रकाश, विवेक उपाध्याय और उनके तीन-चार साथी परीक्षा का प्रश्नपत्र लेकर पहुंचे। उन्होंने गूगल के माध्यम से प्रश्न हल करवाए और अभ्यर्थियों को रटने के लिए प्रश्न-उत्तर दिए। शाम को सभी नोट्स वापस ले लिए गए और परीक्षा देने के लिए कहा गया।
11 फरवरी 2024 को आयोजित समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा में वही प्रश्न आए, जो कि गैंग ने पहले ही उपलब्ध कराए थे।
एसटीएफ की टीम ने आरोपी को पकड़ा
एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक लाल प्रताप सिंह के निर्देशन में लखनऊ टीम के निरीक्षक अंजनी कुमार पांडेय के नेतृत्व में जय सिंह को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपी ने कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं, जिससे इस पूरे गैंग के अन्य सदस्यों पर भी शिकंजा कसा जा सकता है।
फिलहाल, एसटीएफ मामले की जांच आगे बढ़ा रही है और गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है।
