
आजमगढ़। हरैया ब्लॉक प्रमुख संदीप पटेल के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव आखिरकार गिर गया। गुरुवार को ब्लॉक प्रमुख संदीप पटेल के समर्थन में 70 क्षेत्र पंचायत सदस्यों (बीडीसी) ने जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल से मुलाकात कर बयान हल्फी दिया, जिससे यह अविश्वास प्रस्ताव विफल हो गया।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले सुनील सिंह, जो कि कुंटू सिंह गिरोह का सहयोगी बताया जा रहा है, ने अपने समर्थकों के साथ जिलाधिकारी के समक्ष अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। हालांकि, बाद में सुनील सिंह ने ही वीडियो जारी कर यह दावा किया कि उसे गुमराह किया गया था और उसका इस अविश्वास प्रस्ताव से कोई लेना-देना नहीं है।
बीडीसी सदस्यों ने जताया विश्वास
20 दिन पहले जिन बीडीसी सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में दस्तखत किए थे, वही अब ब्लॉक प्रमुख संदीप पटेल और उनके प्रतिनिधि संतोष सिंह के पक्ष में खड़े हो गए हैं। बीडीसी सदस्यों ने खुलकर कहा कि वे सुनील सिंह के बहकावे में आ गए थे, लेकिन अब वे संदीप पटेल पर पूरा विश्वास जताते हैं।
अविश्वास प्रस्ताव के पीछे कुंटू सिंह गिरोह का हाथ?
जानकारी के अनुसार, माफिया डॉन ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह का सहयोगी और आईआर 36 गैंग के अपराधी सूची में दर्ज सुनील कुमार सिंह (निवासी बघावर, थाना रौनापार, आजमगढ़) अविश्वास प्रस्ताव के लिए अपने कुछ साथियों के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा था। लेकिन बाद में सुनील सिंह बैकफुट पर आ गया, और उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
राजनीतिक समीकरणों में बड़ा बदलाव
इस घटनाक्रम के बाद हरैया ब्लॉक प्रमुख संदीप पटेल और उनके प्रतिनिधि संतोष सिंह की राजनीतिक स्थिति और मजबूत हो गई है, जबकि उनके विरोधियों को करारा झटका लगा है।
भाजपा जिलाध्यक्ष व अन्य नेताओं की भूमिका
गुरुवार को जब बीडीसी सदस्यों ने जिलाधिकारी के सामने अपना समर्थन जताया, तब वहां भाजपा जिलाध्यक्ष ध्रुव कुमार सिंह, अजमतगढ़ ब्लॉक प्रमुख व जिला ब्लॉक प्रमुख अध्यक्ष मनीष मिश्रा समेत कई प्रमुख नेता और समर्थक भी मौजूद रहे।



- जीयनपुर थाना क्षेत्र में साइबर फ्रॉड पीड़ित को राहत, 7000 रुपये की हुई वापसी
- आजमगढ़ :कंधरापुर थाना पुलिस ने नाबालिग युवती को बहला-फुसलाकर भगाने वाले आरोपी को किया गिरफ्तार
- रक्षाबंधन पर छात्राओं ने सफाई कर्मियों को बांधी राखी, दिया स्वच्छता का संदेश
- आजमगढ़:मुबारकपुर की बेटी ने रचा इतिहास, भारत को दिलाया अंतर्राष्ट्रीय कुश्ती में गौरव।
- “ऑपरेशन कनविक्शन” के तहत गैंगस्टर एक्ट में आरोपी को 6 वर्ष का कारावास, ₹5000 का जुर्माना