Azamgarh News :आजमगढ़ में अवैध नर्सिंग होम, पैथोलॉजी सेंटर और जांच केंद्रों पर हो रही स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। सोमवार को सीएमओ कार्यालय में कुछ प्रभावित संचालकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। इनका कहना था कि सीएमओ के निर्देश पर डॉक्टरों की टीम द्वारा छापेमारी तो की जाती है, लेकिन कुछ ही दिनों में उन केंद्रों का संचालन फिर से शुरू हो जाता है। समाचारों में इन केंद्रों को सील करने की खबरें प्रकाशित होती हैं, लेकिन हकीकत में केवल आंशिक सीलिंग होती है या बंद कमरे में बातचीत कर मामला निपटा दिया जाता है, जिससे अवैध केंद्र फिर से चालू हो जाते हैं।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि इसमें बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है। बिलरियागंज के भाजपा पदाधिकारी ने आरोप लगाया कि सीएचसी की दो नर्सें एक स्थानीय अवैध नर्सिंग होम से मिली हुई हैं। ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली प्रसूता महिलाओं को रात में अचानक रेफर कर दिया जाता है, और वे घबराहट में उसी नर्सिंग होम में भर्ती हो जाती हैं। इस नर्सिंग होम को भी सील किया गया था, लेकिन उसी दिन फिर से मरीजों का इलाज शुरू हो गया।
मेहनाजपुर के एक निवासी ने भी शिकायत की कि उनके पड़ोस में एक 10वीं पास व्यक्ति अवैध हड्डी अस्पताल चला रहा है। शिकायतों के बावजूद केवल औपचारिक कार्रवाई कर दी जाती है, और प्रभावशाली लोगों के दबाव में मामले को दबा दिया जाता है।