
आजमगढ़, 12 मार्च 2025 – थाना कन्धरापुर क्षेत्र के ग्राम गयासपुर में 7 वर्षीय बच्ची की हत्या का पुलिस ने सफल अनावरण किया है। पुलिस ने इस जघन्य अपराध में संलिप्त तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
घटना का विवरण:
ग्राम गयासपुर निवासी विजय प्रताप निषाद की 7 वर्षीय पुत्री प्रीति निषाद 11 मार्च 2025 को दोपहर करीब 3:30 बजे तालीपुर बासुदेव की दुकान से सामान लेने गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। इस पर वादी विजय प्रताप निषाद द्वारा थाना कन्धरापुर में अज्ञात के विरुद्ध मु.अ.सं. 62/25 धारा 137(2) BNS के तहत अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया गया।
12 मार्च 2025 की सुबह करीब 8 बजे पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम गयासपुर स्थित सरसों के खेत में एक बच्ची का शव पड़ा है। मौके पर पहुंचकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना ने निरीक्षण किया और घटना के शीघ्र अनावरण के लिए पुलिस टीमों का गठन किया। शव की शिनाख्त प्रीति निषाद के रूप में हुई और पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जांच में हुआ खुलासा:
पुलिस जांच और साक्ष्य संकलन में चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई। बच्ची के अपहरण की कहानी बनाने वाला कोई और नहीं बल्कि उसका खुद का पिता विजय प्रताप निषाद ही था, जिसने अपनी पुत्री की हत्या कर दी थी। उसके साथ इस अपराध में उसके बहनोई सेवक निषाद और दोस्त जनई यादव ने भी सहयोग किया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने मुकदमे में धारा 103(1)/238/61(2) BNS जोड़ते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी का विवरण:
➡ गिरफ्तार अभियुक्त:
- विजय प्रताप निषाद (46 वर्ष), निवासी गयासपुर, थाना कन्धरापुर, आजमगढ़
- जनई यादव (32 वर्ष), निवासी गयासपुर, थाना कन्धरापुर, आजमगढ़
- सेवक निषाद (34 वर्ष), निवासी बहेरा, थाना अहरौला, आजमगढ़
➡ गिरफ्तारी स्थल:
- विजय प्रताप निषाद को ग्राम गयासपुर के सरसों के खेत से शाम 7 बजे गिरफ्तार किया गया।
- जनई यादव और सेवक निषाद को सेहदा अंडरपास के नीचे से शाम 7:30 बजे गिरफ्तार किया गया।
➡ बरामदगी:
- हत्या में प्रयुक्त एक गमछा (आला कत्ल) बरामद किया गया।
आरोपियों का कबूलनामा:
पूछताछ में विजय प्रताप निषाद ने खुलासा किया कि उसकी पत्नी उसे छोड़कर मायके चली गई थी और अपने एक बच्चे को भी साथ ले गई थी। जब उसने पत्नी को कई बार वापस आने के लिए कहा, तो उसने मना कर दिया। इसी गुस्से और प्रतिशोध में उसने अपनी 7 वर्षीय बेटी प्रीति निषाद की हत्या करने की योजना बनाई।
योजना के तहत उसने बच्ची को सुर्ती मंगाने के बहाने दुकान पर भेजा और रास्ते में उसे सरसों के खेत में ले जाकर गला दबाकर हत्या कर दी। इस वारदात में उसके बहनोई सेवक निषाद और दोस्त जनई यादव ने उसकी मदद की। दोनों दूर पुलिया पर खड़े होकर आने-जाने वालों पर नजर रख रहे थे। हत्या के बाद विजय प्रताप निषाद ने खुद को बचाने के लिए थाने में झूठा अपहरण का मुकदमा दर्ज करा दिया।
पुलिस टीम का सराहनीय प्रयास:
इस हत्याकांड के खुलासे में थाना कन्धरापुर पुलिस की टीम ने त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की।
➡ गिरफ्तारी करने वाली टीम:
- प्र0नि0 कृष्ण कुमार गुप्ता
- व0उ0नि0 रमेश कुमार
- उ0नि0 जावेद अख्तर
- उ0नि0 अमित कुमार पाल
- हे0का0 भानू प्रताप यादव
- का0 अरुण कुमार पाण्डेय
- का0 अमित जायसवाल
- का0 जितेन्द्र सिंह
- का0 अंकुर तिवारी
- का0 उपेन्द्र कन्नौजिया
- म0आ0 अमृता यादव
निष्कर्ष:
आजमगढ़ पुलिस ने इस जघन्य अपराध का मात्र 24 घंटे के भीतर पर्दाफाश कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मासूम बच्ची की हत्या से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है, वहीं पुलिस की त्वरित कार्रवाई से जनता में न्याय की उम्मीद जगी है।



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