Azamgarh News:आजमगढ़: जिले में आज से चीनी मिल के पेराई सत्र 2024-25 का विधिवत शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) आजाद भगत और चीनी मिल के जनरल मैनेजर उपसभापति यशवंत सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर मिल के जनरल मैनेजर डॉ. नीरज कुमार ने बताया कि पिछले सत्र में किसानों का 100% भुगतान समय पर किया गया था, जो पारदर्शिता और प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
तकनीकी नवाचारों से प्रक्रिया में सुधार
चीनी मिल ने इस सत्र में किसानों की सुविधा और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए कई नई तकनीकों को अपनाया है। ट्रकों पर जीपीएस और मुख्य द्वार पर एआई आधारित कैमरों की व्यवस्था की गई है। ये तकनीक न केवल गन्ना तौल प्रक्रिया को अधिक कुशल बनाएगी, बल्कि भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को रोकने में भी सहायक होगी।
45 लाख कुंतल गन्ना पेराई का लक्ष्य
मिल प्रशासन ने इस पेराई सत्र के लिए 45 लाख कुंतल गन्ना पेराई का लक्ष्य निर्धारित किया है। किसानों को ताजा और खरपतवार रहित गन्ना सप्लाई करने की अपील की गई है। डॉ. नीरज कुमार ने कहा कि इस पहल से न केवल गन्ने की बेहतर रिकवरी होगी, बल्कि किसानों को समय पर भुगतान भी सुनिश्चित किया जा सकेगा।
सरकार की प्रतिबद्धता और किसानों का सहयोग
कार्यक्रम में एडीएम आजाद भगत ने कहा, “सरकार किसानों की उन्नति के लिए प्रतिबद्ध है। चीनी मिल द्वारा अपनाई गई तकनीकी नवाचारों से प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी और किसानों को उनकी मेहनत का उचित मूल्य समय पर मिलेगा।” उन्होंने विश्वास जताया कि इस सत्र में मिल और किसान मिलकर नए कीर्तिमान स्थापित करेंगे।
गन्ने की गुणवत्ता और चीनी उत्पादन पर जोर
मिल प्रशासन ने किसानों के सहयोग से गन्ने की गुणवत्ता सुधारने और चीनी उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया है। तकनीकी कदमों और बेहतर प्रबंधन के साथ यह पेराई सत्र सफल और सुचारु रहने की उम्मीद है।
यह पहल न केवल किसानों और चीनी मिल के लिए लाभकारी होगी, बल्कि क्षेत्र की समग्र कृषि प्रगति में भी अहम भूमिका निभाएगी।
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