Azamgarh news : 29 सितम्बर 2024 – थाना सिधारी पुलिस ने फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के आरोप में संदीप कुमार यादव नामक अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी नरौली तिराहे से सुबह करीब 10:05 बजे की गई। अभियुक्त संदीप कुमार यादव (27) जनपद आजमगढ़ के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के एकडंगी गांव का निवासी है।
घटना का विवरण:
मामला 2016 का है, जब बृजेन्द्र कुमार सिंह निवासी लखनऊ के बड़े भाई अशोक कुमार सिंह को एक ऑटो चालक ने लापरवाही से ऑटो चलाते हुए टक्कर मार दी, जिससे उनकी मृत्यु हो गई। इस घटना के बाद, ऑटो चालक राकेश कुमार ने अपना ड्राइविंग लाइसेंस प्रस्तुत किया, जो आजमगढ़ से जारी हुआ था। जब इसकी जांच क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) आजमगढ़ द्वारा की गई, तो यह लाइसेंस फर्जी पाया गया।
इस मामले में थाना महानगर, लखनऊ में धारा 279, 304ए, 337, 338 भादवि के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया था। जांच के दौरान यह सामने आया कि राकेश कुमार ने फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से अपना ड्राइविंग लाइसेंस बनवाया था।
फर्जी लाइसेंस का नेटवर्क:
इस फर्जी लाइसेंस निर्माण में सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) आजमगढ़ की सूचना के अनुसार, राकेश कुमार ने फर्जी अभिलेख तैयार कराए थे। संदीप यादव ने बैकलॉग फीडिंग के माध्यम से यह लाइसेंस कम्प्यूटरीकृत प्रणाली में दर्ज करवाया था। इसी मामले में थाना सिधारी पर धारा 419/420/467/468 भादवि और आईटी एक्ट की धारा 65/66 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
गिरफ्तारी:
मामले की विवेचना के बाद, आज 29 सितम्बर 2024 को थाना सिधारी पुलिस ने मुकदमा से सम्बंधित अभियुक्त संदीप कुमार यादव को नरौली तिराहे से गिरफ्तार किया और न्यायालय में पेश किया।
पुलिस टीम:
इस कार्रवाई में शामिल पुलिस टीम में शामिल थे:
- प्रभारी निरीक्षक वीरेन्द्र कुमार, थाना सिधारी, आजमगढ़
- कांस्टेबल मुकुन्द लाल मिश्रा, थाना सिधारी, आजमगढ़
- कांस्टेबल हरिभान सिंह, थाना सिधारी, आजमगढ़
- महिला कांस्टेबल शिवानी सरोज, थाना सिधारी, आजमगढ़
इस प्रकार पुलिस ने फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के गोरखधंधे में शामिल मुख्य अभियुक्त को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया, जिससे इस नेटवर्क के अन्य पहलुओं की जांच और आगे बढ़ने की संभावना है।