आजमगढ़ ,होली पर सूखे और हर्बल रंगों का करें प्रयोग,कैमिकल रंगों से रहें दूर, होली का त्योहार पूरे देश में बड़े हर्ष के साथ मनाया जाता है।इस दिन लोग एक दूसरे को रंग लगाकर होली को मनाते हैं।पहले के समय में फूलों के अर्क का उपयोग करके रंगों को बनाया जाता था, लेकिन बीते कई दशकों से केमिकल के उपयोग से रंगों को बनाया जा रहा है।जो शरीर को काफी नुकसान पहुंचाते हैं।खासतौर पर स्किन को इन रंगों से सबसे ज्यादा नुकसान होता है।ऐसे में होली के दिन स्किन का ध्यान रखना जरूरी है।

स्किन स्पेशलिस्ट डाक्टर अंशुमान राय ने बताया कि होली के कुछ रंगों में खतरनाक रसायन जैसे एंडोटॉक्सिन और भारी धातु जैसे शीशा होता है।जो संभावित रूप से मध्यम से गंभीर स्वास्थ्य समस्या का कारण बनता है।रंगों में मौजूद ये केमिकल स्किन पर कई प्रकार की बीमारियां कर सकते हैं।ऐसे में होली मनाते समय कोशिश करें कि केवल गुलाल, चंदन या फिर हर्बल रंगों का ही इस्तेमाल करें।अगर पहले से ही स्किन की कोई समस्या है तो चेहरे पर किसी भी प्रकार का रंग न लगाएं।इससे मौजूदा परेशानी और भी बढ़ सकती है।
होली मनाने जाने से पहले स्किन पर नारियल तेल या ऑलिव ऑयल की मोटी परत जरूर लगा लेनी चाहिए।
रंग लगाते समय मुंह बंद रखने की कोशिश करें।
रंग आपकी आंखों के अंदर न जाए इसका विशेष ध्यान रखें।होली खेलने से पहले और बाद में त्वचा को बार बार मॉइश्चराइज करे।स्थायी रंगों को हटाने के लिए चेहरे को रगड़ने से बचें और साबुन के प्रयोग से बचें।स्किन को पीएच संतुलित साबुन और मॉइस्चराइजर से ही साफ करें।किसी भी प्रकार के साबुन से बचें क्योंकि वे एलर्जी को और खराब कर सकते हैं,अगर स्किन पर कोई भी परेशानी महसूस हो रही है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें ।

