आजमगढ़:साइबर थाना आजमगढ़ द्वारा साइबर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन

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आजमगढ़, 05 फरवरी 2025 – जनपद आजमगढ़ के साइबर थाना द्वारा मुबारकपुर स्थित सेंट्रल पब्लिक स्कूल में साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता बढ़ाने हेतु एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ श्री हेमराज मीना के निर्देशन में तथा सहायक पुलिस अधीक्षक अनंत चंद्रशेखर के नेतृत्व में किया गया।

कार्यशाला के दौरान साइबर थाना प्रभारी निरीक्षक राजीव कुमार यादव ने छात्र-छात्राओं को साइबर अपराधों से बचाव के उपायों की जानकारी दी। साइबर एक्सपर्ट द्वारा विभिन्न साइबर अपराधों और उनसे बचने के तरीकों पर विस्तार से चर्चा की गई।

कार्यशाला के प्रमुख बिंदु:

  1. बैंक/एटीएम सुरक्षा: किसी को भी अपने बैंक/एटीएम कार्ड की गोपनीय जानकारी जैसे पिन या पासवर्ड साझा नहीं करना चाहिए।
  2. ई-कॉमर्स डिलीवरी सुरक्षा: ऑनलाइन शॉपिंग की डिलीवरी प्राप्त करते समय ओटीपी या डिलीवरी कोड देने से पहले यह सुनिश्चित करें कि यह सही कोड है और किसी साइबर धोखाधड़ी का हिस्सा नहीं है।
  3. डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड: ‘डिजिटल अरेस्ट’ जैसी कोई चीज़ नहीं होती। अगर कोई वीडियो कॉल या फोन कॉल पर डिजिटल अरेस्ट का दावा करता है, तो सतर्क रहें, क्योंकि यह साइबर अपराधियों द्वारा ठगी का एक नया तरीका है।
  4. सोशल मीडिया सुरक्षा: अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स के पासवर्ड को मजबूत बनाएं और उसमें स्पेशल कैरेक्टर का उपयोग करें ताकि उसे आसानी से हैक न किया जा सके।
  5. ऑनलाइन गेमिंग सुरक्षा: ऑनलाइन गेमिंग के दौरान अपने ईमेल आईडी और पासवर्ड को अन्य खिलाड़ियों के साथ साझा न करें।
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कार्यशाला के अंत में साइबर एक्सपर्ट ने बताया कि यदि कोई साइबर फ्रॉड का शिकार हो जाता है, तो उसे तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करना चाहिए या निकटतम पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज करानी चाहिए। इसके अलावा, साइबर अपराध की शिकायत ऑफिशियल वेबसाइट पर या नजदीकी साइबर थाना/साइबर सेल में जाकर दर्ज कराई जा सकती है।

साइबर थाना आजमगढ़ द्वारा इस कार्यशाला का उद्देश्य लोगों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करना और उन्हें ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाने के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान करना था।

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