Azamgarh News: बुधवार को आजमगढ़ के कलेक्ट्रेट क्षेत्र में हिंदू रक्षा संघर्ष समिति के तत्वावधान में बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ विशाल धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। प्रदर्शन में बांग्लादेश में हिंदू मठ-मंदिरों पर हमले, तोड़फोड़, महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म, दुकानों में लूटपाट जैसी घटनाओं के विरोध में आवाज उठाई गई।
मुख्य अतिथि जितेंद्रानंद सरस्वती ने रखी मांग
अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री जितेंद्रानंद सरस्वती ने प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार इतिहास के उन काले पन्नों की याद दिलाते हैं, जब भारत में हिंदू मठ-मंदिर तोड़े गए और नरसंहार हुए। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में करीब 1 करोड़ 20 लाख हिंदू रहते हैं। यदि 55 लाख लोगों के लिए इजरायल एक अलग देश हो सकता है, तो बांग्लादेश के हिंदुओं के लिए भी अलग हिंदू राष्ट्र का गठन होना चाहिए।
सरस्वती ने कहा कि केंद्र सरकार इस मुद्दे पर गंभीर है और निश्चित रूप से आवश्यक कदम उठाएगी। हालांकि, उन्होंने कार्रवाई का समय तय करने का अधिकार सरकार पर छोड़ दिया। साथ ही, उन्होंने कहा कि भारत के मुसलमानों को पहले ही विभाजन के दौरान पर्याप्त भूमि दी गई थी। जो लोग अलग देश में रहना चाहते हैं, वे पाकिस्तान जा सकते हैं।
प्रदर्शन में बड़ी संख्या में नेताओं और धर्माचार्यों की उपस्थिति
धरना प्रदर्शन में भाजपा के गोरखपुर क्षेत्र के अध्यक्ष सहजानंद राय, भाजपा जिला अध्यक्ष आजमगढ़ श्री कृष्ण पाल, लालगंज के जिला अध्यक्ष सूरज प्रकाश श्रीवास्तव, श्री बड़ा गणेश मंदिर के महंत राजेश मिश्रा, महंत श्याम नारायण दास और बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता व धर्माचार्य शामिल हुए।
प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा गया। इसमें बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ भारत सरकार से कड़ा कदम उठाने की मांग की गई।
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