समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और आजमगढ़ से सांसद धर्मेंद्र यादव ने लोकसभा के मानसून सत्र के दूसरे ही दिन आजमगढ़ को समुचित रेल सुविधाएं दिलाने की पुरजोर मांग उठाई। उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से आग्रह किया कि आजमगढ़ जैसे बड़े और जनसंख्या वाले क्षेत्र को रेल सेवाओं में नजरअंदाज न किया जाए।
सांसद यादव ने कहा कि “लगभग 46 लाख की आबादी वाला आजमगढ़, एक कमिश्नरी मुख्यालय होने के बावजूद आज भी रेल सेवाओं के क्षेत्र में पिछड़ा हुआ है। यहां उद्योग नहीं के बराबर हैं, जिसके चलते हजारों युवा रोजगार के लिए मुंबई, दिल्ली जैसे महानगरों में पलायन करते हैं, लेकिन उनके लिए रेल सुविधाएं सीमित और असुविधाजनक हैं।”
उन्होंने विशेष रूप से मुंबई मार्ग पर चलने वाली गाड़ी संख्या 20103/20104 मुंबई–गोरखपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस का स्थायी रूप से आजमगढ़ तक विस्तार करने की मांग की। उन्होंने बताया कि वर्तमान में यह ट्रेन आजमगढ़ होकर नहीं जाती, जिससे यात्रियों को वाराणसी या गोरखपुर से ट्रेन पकड़नी पड़ती है, जिससे समय और संसाधनों की बर्बादी होती है।
इसके साथ ही सांसद ने प्रस्तावित आजमगढ़–बांद्रा ट्रेन को शीघ्र और प्रतिदिन शुरू करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि मुंबई और गुजरात की ओर जाने वाले हजारों श्रमिकों के लिए यह ट्रेन जीवनदायिनी साबित हो सकती है।
दिल्ली मार्ग को लेकर भी उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि ट्रेन संख्या 12527/12528 की समय-सारिणी को शिवगंगा एक्सप्रेस के अनुरूप किया जाए और इसे प्रतिदिन चलाया जाए। उन्होंने कहा कि फिलहाल यह ट्रेन सप्ताह में कुछ ही दिन चलती है, जिससे यात्रियों को परेशानी होती है।
इसके अलावा, मऊ से आजमगढ़ होकर लखनऊ के लिए एक दैनिक इंटरसिटी ट्रेन शुरू करने की भी मांग की गई, जिससे पूर्वांचल और राजधानी लखनऊ के बीच संपर्क मजबूत हो सके।
धर्मेंद्र यादव ने यह भी बताया कि आजमगढ़ रेलवे स्टेशन ‘ए’ श्रेणी में आता है, जहां 24 कोच की वाशिंग पिट और मेंटेनेंस सुविधा पहले से मौजूद है, बावजूद इसके स्टेशन को अपेक्षित सुविधाएं नहीं मिल रही हैं।
अंत में सांसद ने रेल मंत्री से आजमगढ़–मुंबई और आजमगढ़–दिल्ली मार्ग को प्राथमिकता देते हुए अन्य आवश्यक रेल सुविधाएं शीघ्र लागू करने की अपील की ताकि पूर्वांचल के लाखों लोगों को राहत मिल सके।


