आजमगढ़ पुलिस ने ऑनलाइन सट्टेबाजी व साइबर फ्रॉड गिरोह को बैंक खाता उपलब्ध कराने वाले एक्सिस बैंक के सहायक मैनेजर को किया गिरफ्तार

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साइबर अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण की दिशा में बड़ी सफलता हासिल करते हुए आजमगढ़ पुलिस ने एक्सिस बैंक देवरिया शाखा के सहायक ब्रांच मैनेजर योगेश त्रिपाठी उर्फ अमित को गिरफ्तार किया है। आरोपी पर आरोप है कि उसने 30 से 35 फर्जी बैंक खाते खोलकर उन्हें साइबर अपराधियों को उपलब्ध कराया, जिनका इस्तेमाल ऑनलाइन बेटिंग, गेमिंग और धोखाधड़ी के लिए किया गया।

यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना के निर्देशन में तथा नोडल साइबर क्राइम थाना आजमगढ़ के निरीक्षण में की गई। आरोपी के खिलाफ साइबर थाना आजमगढ़ पर पंजीकृत मु.अ.सं. 70/24, धारा 318(4), 319(2), 336(3), 338, 340(2), 111 BNS, 66C, 66D IT Act एवं सार्वजनिक जुआ अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज है।

गिरफ्तार अभियुक्त योगेश त्रिपाठी द्वारा कम पढ़े-लिखे और भोले-भाले लोगों को प्रधानमंत्री योजना का लाभ दिलाने का झांसा देकर उनसे उनके नाम पर खाते खुलवाए जाते थे। बदले में उन्हें ₹3000 की नकद राशि दी जाती थी। इन खातों की पूरी किट (ATM कार्ड, पासबुक, चेकबुक) उन असली खाताधारकों को न देकर साइबर अपराधियों को सौंप दी जाती थी, जो इन खातों का उपयोग ऑनलाइन जुए, सट्टे और अन्य साइबर फ्रॉड में करते थे। जांच में यह भी सामने आया कि तीस से पैंतीस फर्जी खाते योगेश त्रिपाठी की ID से खोले गए थे।

गिरफ्तारी का विवरण:

साक्ष्यों के आधार पर आरोपी को थाना साइबर क्राइम, आजमगढ़ पर पूछताछ हेतु बुलाया गया था। पूछताछ और जांच में उसके अपराध में शामिल होने की पुष्टि होने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

गिरफ्तार अभियुक्त का विवरण:

  • नाम: योगेश त्रिपाठी उर्फ अमित
  • पिता का नाम: तप्पे त्रिपाठी
  • निवासी: मल्लाह टोली, वार्ड नंबर 02, रुद्रपुर थाना, जनपद देवरिया (उत्तर प्रदेश)
  • पद: सहायक ब्रांच मैनेजर, एक्सिस बैंक, राघव नगर शाखा, देवरिया

गिरफ्तार करने वाली टीम:

  • निरीक्षक/विवेचक अश्वनी कुमार यादव
    (क्षेत्राधिकारी, सदर कार्यालय, आजमगढ़)

आजमगढ़ पुलिस की इस कार्रवाई से साइबर अपराधों के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है। मामले की गहन जांच जारी है और अन्य संलिप्त लोगों की तलाश की जा रही है।

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