विधायक रवि राणा ने औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग की, अबू आजमी के बयान पर नाराजगी

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महाराष्ट्र के विधायक रवि राणा ने मंगलवार को औरंगजेब की कब्र को राज्य से हटाने की मांग की। उन्होंने कहा कि छत्रपति संभाजी महाराज को धोखे से मारने वाले औरंगजेब की कब्र को महाराष्ट्र से हटाया जाना चाहिए।

रवि राणा ने समाजवादी पार्टी के नेता और विधायक अबू आजमी की औरंगजेब की प्रशंसा करने वाली टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, “अगर औरंगाबाद का नाम बदला जा सकता है, तो औरंगजेब की कब्र भी हटाई जा सकती है। हम इस मांग को सदन में उठाएंगे।”

उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी की निंदा

इस मुद्दे पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने अबू आजमी की टिप्पणी को “गलत और अस्वीकार्य” बताया और कहा कि उन पर “देशद्रोह” का आरोप लगाया जाना चाहिए। शिंदे ने कहा, “औरंगजेब ने छत्रपति संभाजी महाराज को 40 दिनों तक प्रताड़ित किया था। ऐसे व्यक्ति की प्रशंसा करना सबसे बड़ा पाप है। अबू आजमी को इस पर माफी मांगनी चाहिए। हमारे मुख्यमंत्री ने इस मामले को गंभीरता से लिया है।”

विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन

महायुति के नेताओं ने अबू आजमी के खिलाफ महाराष्ट्र विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन अबू आजमी की विवादास्पद टिप्पणी के विरोध में किया गया।

अबू आजमी ने कथित तौर पर कहा था कि औरंगजेब “क्रूर प्रशासक” नहीं था और उसने “कई मंदिर बनवाए” थे। उन्होंने यह भी कहा कि मुगल बादशाह और छत्रपति संभाजी महाराज के बीच संघर्ष प्रशासन को लेकर था, न कि हिंदू-मुस्लिम के बीच।

अबू आजमी के खिलाफ मामला दर्ज

इस बीच, महाराष्ट्र पुलिस ने अबू आजमी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। शिवसेना सांसद नरेश म्हास्के ने वागले एस्टेट पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने कहा कि अबू आजमी को “भारत में रहने का कोई अधिकार नहीं है।” शिकायत के आधार पर आजमी के खिलाफ बीएनएस की धारा 299, 302, 356 (1) और 356 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

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इस विवाद के चलते महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मची हुई है। अब देखना होगा कि इस पर सरकार और विपक्ष का क्या रुख रहेगा।

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