माध्यमिक शिक्षा विभाग में सहायक शिक्षकों की नियुक्तियों में बड़ा घोटाला उजागर हुआ है। जांच में खुलासा हुआ है कि तीन महिला शिक्षिकाओं ने फर्जी अंकपत्र (मार्कशीट) लगाकर नौकरी हासिल की थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) उपेंद्र कुमार ने गुरुवार को संबंधित थानों को इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का निर्देश जारी किया है।
जिन शिक्षिकाओं पर कार्रवाई तय की गई है, उनमें —
- प्रीति सिंह, सहायक अध्यापिका (अंग्रेजी), राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, देवगांव
- गीता, सहायक अध्यापिका (हिंदी), राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, इटैली
- रूमन विश्वकर्मा, शिक्षिका (सामान्य विषय), राजकीय बालिका इंटर कॉलेज
जांच में यह पाया गया कि इन शिक्षिकाओं ने मोनार्ड यूनिवर्सिटी, हापुड़ और संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी की फर्जी मार्कशीट का इस्तेमाल कर नियुक्ति प्राप्त की थी।
डीआईओएस ने न केवल मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है, बल्कि तीनों शिक्षिकाओं से अब तक प्राप्त वेतन की वसूली (रिकवरी) के भी निर्देश दिए हैं। शिक्षा विभाग की इस सख्त कार्रवाई से अन्य फर्जीवाड़ा करने वालों में भी हड़कंप मच गया है।