औरास (उन्नाव)। विकासखंड के मिर्जापुर अजिगांव के पास सई नदी पर 4.99 करोड़ रुपये की लागत से बना पुल उद्घाटन के कुछ ही महीनों बाद सवालों के घेरे में आ गया है। चार महीने पहले शुरू हुए यातायात के बीच पुल की एप्रोच रोड (पुल को जाने वाली सड़क) में बड़ी दरारें आ गईं और एक स्थान पर सड़क धंस गई है, जिससे आवागमन में खतरा बढ़ गया है।
जनवरी 2024 में शुरू हुआ था निर्माण
अमर उजाला की वर्ष 2022 की मुहिम के बाद इस पुल के लिए बजट स्वीकृत हुआ था। जनवरी 2024 में 54 मीटर लंबे और 7 मीटर चौड़े पुल के साथ दो किमी लंबी एप्रोच रोड का निर्माण शुरू हुआ और मार्च 2025 में पूरा हुआ। इसके बाद से यातायात चालू कर दिया गया था।
बारिश में खुली पोल
पिछले दो दिन की बारिश में एप्रोच रोड के दोनों ओर करीब 10 स्थानों पर बड़ी दरारें आ गई हैं और पुल से पहले सड़क किनारे एक बड़ा गड्ढा बन गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण में डामर व गिट्टी जैसी सामग्री का कम इस्तेमाल किया गया और अभियंताओं ने मौके पर निरीक्षण करने के बजाय कार्यालय में बैठकर औपचारिकता पूरी की, जिससे चार महीने में ही सड़क खराब हो गई।
50 हजार की आबादी प्रभावित
यह पुल और एप्रोच रोड मिर्जापुर अजिगांव, सैदापुर, पनापुर, महबूबखेड़ा, गंगादीनखेड़ा, नई बस्ती, गहाखेड़ा, सिंगापुरमऊ, अरसेना, नेवरा, उदई, नेवाराघाट, फैज्जुल्लानगर, रानीखेड़ा, निरखीखेड़ा, मोहनखेड़ा, कुशलखेड़ा व पूरनखेड़ा सहित लगभग 50 हजार लोगों के आवागमन का मुख्य मार्ग है।
दूसरे पुल की गुणवत्ता पर भी सवाल
औरास कस्बे में सई नदी पर बने एक अन्य पुल की मरम्मत पर एक साल पहले 39 लाख रुपये खर्च किए गए थे, जो जल्द ही ध्वस्त हो गया। इस मामले को लेकर मोहान विधायक बृजेश रावत ने विधानसभा में मानकविहीन निर्माण का मुद्दा उठाने की बात कही थी। अब मिर्जापुर अजिगांव का पुल भी विवादों में आ गया है।
पीडब्ल्यूडी का बयान
पीडब्ल्यूडी निर्माणखंड के एक्सईएन सुबोध कुमार ने बताया कि जलजीवन मिशन के तहत पाइपलाइन डालने के दौरान एप्रोच रोड क्षतिग्रस्त हुई है। संबंधित ठेकेदार को जल्द मरम्मत कराने के निर्देश दिए गए हैं।
