वाराणसी। सावन माह में जारी कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों को अपमानित करने वालों पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त प्रतिक्रिया दी है। वाराणसी में भगवान बिरसा मुंडा पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि “कांवड़ यात्रा में कोई जाति, वर्ग या क्षेत्र का भेद नहीं होता। हर कोई ‘हर-हर बम-बम’ कहते हुए भक्ति भाव से चलता है, लेकिन कुछ लोग इन्हें उपद्रवी और आतंकवादी बताकर भारत की आस्था और विरासत का अपमान कर रहे हैं।”
सीएम योगी ने कहा कि “कांवड़ियों का मीडिया ट्रायल कर उन्हें बदनाम किया जा रहा है। यह मानसिकता देश की सनातन परंपरा और सामाजिक एकता को तोड़ने का षड्यंत्र है।” उन्होंने एक पुरानी घटना का उल्लेख करते हुए कहा, “दो-तीन साल पहले एक आगजनी की घटना हुई थी, जिसमें शुरुआती तौर पर भगवा गमछा पहने व्यक्ति को देखा गया। लेकिन जब जांच की गई, तो पता चला कि वह व्यक्ति ‘या अल्लाह’ बोल रहा था। इससे साफ हो गया कि कुछ लोग समाज को गुमराह करने के लिए सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि “सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर जातियों और समुदायों में टकराव पैदा करने की साजिश की जा रही है। ऐसे लोगों को चिन्हित कर समाज से अलग करना होगा। ये वही लोग हैं जिन्होंने आदिवासियों को भारत के खिलाफ खड़ा करने की साजिश रची।”
बिरसा मुंडा की विरासत को राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बताते हुए सीएम योगी ने कहा, “बिरसा मुंडा ने ब्रिटिश शासन और जमींदारी शोषण के खिलाफ संघर्ष किया था। हमें उनसे प्रेरणा लेकर सामाजिक एकता और राष्ट्रहित में कार्य करना चाहिए।”
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि समाज को तोड़ने वाले किसी भी साजिशकर्ता को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।


