ई-रिक्शा से श्रद्धालुओं के बीच मचाई अफरा-तफरी

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यह घटना 17 फरवरी की रात लगभग 11 बजे की है, जब गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पुरानी झूंसी कोहना से गुजर रही थी। इसी दौरान क्षेत्र के दबंग प्रवृत्ति के अपराधी तुफैल अहमद उर्फ मन्ने काने का बेटा उबैद, तुफैल अहमद के भाई गुलजार का बेटा गुलफाम, तुफैल अहमद के दूसरे भाई अप्पी के बेटे शाहदाब (हरा साफा पहने) और सैफ (सफेद साफा पहने), तुफैल अहमद के तीसरे भाई हसन का बेटा इरशाद इन सभी ने अपनी दुकान के सामान से लदे ई-रिक्शे को तेजी से भगाते हुए दूसरे ई-रिक्शा को जोरदार टक्कर मार दी।

टक्कर इतनी भयानक थी कि ई-रिक्शा पलटने से बाल-बाल बचा, जिससे चारों ओर अफरा-तफरी मच गई। अगर ई-रिक्शा आसपास खड़ी महिला श्रद्धालुओं के ऊपर गिर जाता, तो गंभीर हादसा हो सकता था।

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श्रद्धालुओं के विरोध पर बदमाशों ने की मारपीट

जब मौके पर मौजूद श्रद्धालुओं ने इस हरकत का विरोध किया, तो ये दबंग उनसे भिड़ गए और मारपीट करने लगे। श्रद्धालु जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई।

गुंडागर्दी सीसीटीवी में कैद

इस पूरी घटना की तस्वीरें और वीडियो पास के सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गईं। आश्चर्य की बात यह है कि इन अपराधियों के खिलाफ पहले से ही झूंसी थाने में कई मुकदमे दर्ज हैं, लेकिन इसके बावजूद ये खुलेआम दबंगई मचाने से बाज नहीं आ रहे।

प्रशासन की भूमिका पर सवाल

प्रयागराज महाकुंभ में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, लेकिन इस तरह की घटनाएं न केवल उनकी आस्था को ठेस पहुंचाती हैं, बल्कि सुरक्षा पर भी बड़ा सवाल खड़ा करती हैं। प्रशासन को तत्काल इन दबंगों पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि श्रद्धालु बिना किसी डर और भय के अपने धार्मिक अनुष्ठान कर सकें।

अब देखना यह होगा कि उत्तर प्रदेश पुलिस इन बदमाशों पर शिकंजा कसती है या फिर श्रद्धालुओं को इसी डर के साए में छोड़ दिया जाएगा?

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