आजमगढ़,शहर कोतवाली पुलिस ने शिब्ली नेशनल कॉलेज में हुए परीक्षा फर्जीवाड़े में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी कॉलेज के प्रिंसिपल एवं केंद्राध्यक्ष अफसर अली द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर गाजीपुर जनपद में छापेमारी कर की गई। पुलिस का कहना है कि दोनों अभियुक्त
4 जनवरी 2025 को शिब्ली नेशनल कॉलेज परीक्षा केंद्र में UPCCSCR : 2024-25 की परीक्षा के दौरान प्रथम पाली में कक्ष संख्या-103 में एक अभ्यर्थी अनूप सागर पुत्र वीरेन्द्र कुमार (निवासी मऊपारा, देवकली, गाजीपुर) की पहचान को लेकर संदेह हुआ।

परीक्षा कक्ष में तैनात तीन कक्ष निरीक्षक—
- डा. मोहम्मद अफजल अंसारी
- शाहबाज़ अरशद
- विजय कुमार यादव
— ने पाया कि आधार वेरिफिकेशन के दौरान KYC अपडेट न होने के कारण डाटा का मिलान नहीं हो पा रहा था। जब संदेह होने पर अभ्यर्थी से पूछताछ की गई, तो उसने पहले अपना नाम अनूप सागर बताया, लेकिन जब पुलिस बल ने सख्ती से पूछताछ की, तो उसने अपना असली नाम विकास कुमार पुत्र राम आसरे प्रसाद (निवासी असनिया कुवा, थाना कदम कुवा, पटना, बिहार) बताया।

विकास कुमार ने स्वीकार किया कि उसने पैसों के बदले फर्जी अभ्यर्थी बनकर परीक्षा दी थी।
इस मामले में कोतवाली पुलिस ने मु0अ0सं0 6/25 धारा 61(2), 319(2), 318(4), 338, 336(3), 340(2) बीएनएस एवं 6/10 सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
13 मार्च 2025 को शहर कोतवाली पुलिस ने गाजीपुर के अन्धऊ गांव में छापेमारी कर दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया—
सूर्यकांत कुशवाहा उर्फ मंटू (उम्र 35 वर्ष, निवासी अन्धऊ, थाना कोतवाली, गाजीपुर)
बबलू यादव (उम्र 33 वर्ष, निवासी अन्धऊ, थाना कोतवाली, गाजीपुर)पुलिस ने दोनों को उनके घर से क्रमशः 2:30 बजे और 3:00 बजे गिरफ्तार किया।